CG आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25: संस्थागत वित्त (अध्याय 6) का Complete Exam-Oriented Guide | CGPSC Special

By Gyaan INside
बुधवार, 24 दिसंबर 2025

CG आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25: संस्थागत वित्त (अध्याय 6) का Complete Exam-Oriented Guide | CGPSC Special

विषय: छत्तीसगढ़ सामान्य अध्ययन (अर्थव्यवस्था)
लक्षित परीक्षाएं: CGPSC (प्रारंभिक और मुख्य), CG Vyapam (RHEO, ADEO, राजस्व निरीक्षक), और अन्य राज्य सेवा परीक्षाएं।

CG Economic Survey 2024-25 Chapter 6 Institutional Finance overview for CGPSC and CG Vyapam exams


परिचय:

स्वागत है, प्रिय छात्रों। राज्य सिविल सेवाओं के लिए छात्रों को मार्गदर्शन देने के मेरे 5+ वर्षों के अनुभव में, मैंने एक स्पष्ट ट्रेंड देखा है: अर्थशास्त्र (Economics) वह विषय है जहाँ भीड़ लड़खड़ाती है, लेकिन टॉपर्स बाजी मार ले जाते हैं। विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के संदर्भ में—जो एक कृषि प्रधान राज्य है—आर्थिक सर्वेक्षण का अध्याय 6 (संस्थागत वित्त) केवल डेटा नहीं है; यह राज्य के वित्तीय ढांचे की रीढ़ है।

यह अध्याय इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

  • सीधे प्रश्न: CGPSC प्रीलिम्स में अक्सर इन तालिकाओं से सीधे डेटा पूछा जाता है (जैसे- "साख-जमा अनुपात क्या है?" या "बैंक शाखाओं की संख्या")।
  • मुख्य परीक्षा (Mains) के लिए सामग्री: GS पेपर 5 (छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था) के लिए, आप "ग्रामीण ऋण" या "सहकारिता आंदोलन" पर बिना नवीनतम आंकड़ों के अच्छा उत्तर नहीं लिख सकते।
  • साक्षात्कार (Interview): किसान तक पैसा कैसे पहुंचता है (0% ब्याज ऋण, KCC), यह समझना दिखाता है कि आप राज्य के शासन मॉडल को समझते हैं।

आइए, इस अध्याय को कच्चे आंकड़ों से बदलकर उपयोगी ज्ञान में डिकोड करें।

प्रमुख अवधारणाओं का विश्लेषण (Key Concepts Breakdown)

1. बैंकिंग क्षेत्र का अवलोकन और GSDP में योगदान

बैंकिंग "सेवा क्षेत्र" (Services Sector) का एक उप-क्षेत्र है। यह अर्थव्यवस्था के लिए लुब्रिकेंट का काम करता है।

अर्थव्यवस्था में योगदान: वर्ष 2024-25 के अग्रिम अनुमानों के अनुसार, बैंकिंग क्षेत्र का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP - स्थिर भाव पर) में योगदान लगभग ₹9,29,472 लाख है।

विकास के रुझान:

  • वृद्धि दर (2024-25): 6.43% (पिछले वर्ष के 7.69% से थोड़ी गिरावट, जो स्थिरता को दर्शाती है)।
  • GSDP में हिस्सा: कुल GSDP में इसका हिस्सा लगभग 3.03% है।

2. बैंकिंग अधोसंरचना (शहरी-ग्रामीण विभाजन)

सर्वेक्षण वित्त की भौतिक पहुंच पर प्रकाश डालता है।

कुल बैंक शाखाएं (मार्च 2024): 3,412.

ग्रामीण/अर्ध-शहरी हिस्सा: 71% शाखाएं ग्रामीण/अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हैं। यह वित्तीय समावेशन का एक सकारात्मक संकेत है।

कुल एटीएम (ATMs): 3,607.

प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY):

  • कुल खाते: ~1.81 करोड़।
  • जारी किए गए रुपे कार्ड: ~1.09 करोड़।

महत्व: यह डेटा साबित करता है कि बैंकिंग जमीनी स्तर तक पहुंच गई है, जो "सुशासन" (Governance) निबंधों के लिए एक बेहतरीन विषय है।

3. साख-जमा अनुपात (Credit-Deposit Ratio)

यह एक तकनीकी अवधारणा है जिसे आपको समझना चाहिए।

परिभाषा: साख-जमा (CD) अनुपात हमें बताता है कि बैंक अपने पास जमा राशि में से कितना पैसा उधार (Loan) दे रहे हैं।

सूत्र: (कुल साख / कुल जमा) × 100

छत्तीसगढ़ की स्थिति (मार्च 2024):

  • जमा (Deposits): ₹2,82,949 करोड़।
  • ऋण (Credit): ₹2,02,413 करोड़।
  • साख-जमा अनुपात: 71.54% (तालिका 6.2 देखें)।

शिक्षक का विश्लेषण: 70% से अधिक का साख-जमा (CD) अनुपात स्वस्थ माना जाता है। इसका मतलब है कि छत्तीसगढ़ में जमा किया गया पैसा वापस छत्तीसगढ़ में ही निवेश किया जा रहा है, दूसरे राज्यों में नहीं भेजा जा रहा।

4. प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र को ऋण (Priority Sector Lending - PSL)

बैंकों के लिए अनिवार्य है कि वे "प्राथमिकता वाले क्षेत्रों" (कृषि, MSME, शिक्षा) को एक निश्चित हिस्सा उधार दें।

उपलब्धि: कुल अग्रिम (Advances) में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र का हिस्सा 50.09% है।

कृषि का हिस्सा: PSL के भीतर, कृषि का बहुत बड़ा हिस्सा है। कृषि ऋण में उल्लेखनीय वृद्धि (लगभग 15.18%) देखी गई है।

5. सहकारिता क्षेत्र (Sahakarita): छत्तीसगढ़ के किसानों की जीवन रेखा

चूंकि छत्तीसगढ़ "धान का कटोरा" है, इसलिए यहां वाणिज्यिक बैंकों की तुलना में सहकारिता क्षेत्र किसानों के लिए अधिक महत्वपूर्ण है।

संरचना: त्रि-स्तरीय व्यवस्था (3-Tier System)।

  • राज्य स्तर: अपेक्स बैंक (छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक)।
  • जिला स्तर: जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (DCCBs)।
  • ग्राम स्तर: प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां (PACS) – 2,058 समितियां कार्यरत हैं।

ब्याज मुक्त ऋण (0% योजना):

  • 1 अप्रैल 2014 से, राज्य किसानों को 0% ब्याज पर अल्पकालिक कृषि ऋण प्रदान कर रहा है।
  • सीमा: ₹5.00 लाख तक (नकद + वस्तु)।
  • विस्तार: यह 0% सुविधा अब मत्स्य पालन और उद्यानिकी (सीमा ₹3.00 लाख) और गोपालन (सीमा ₹2.00 लाख) के लिए भी उपलब्ध है।

6. नाबार्ड (NABARD) और ग्रामीण बुनियादी ढांचा

नाबार्ड पुनर्वित्त एजेंसी (refinancing agency) के रूप में कार्य करता है।

RIDF (ग्रामीण आधारभूत सुविधा विकास निधि): नाबार्ड राज्य सरकार को सड़कें, पुल और सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के लिए सस्ता ऋण प्रदान करता है।

वाड़ी विकास: आदिवासी विकास परियोजनाएं (25 जिलों में 90 परियोजनाएं स्वीकृत)।

एथेनॉल प्लांट (औद्योगिक हाइलाइट):

  • भोरमदेव (कवर्धा): पहला PPP मॉडल एथेनॉल प्लांट। वाणिज्यिक उत्पादन 15/07/2023 को शुरू हुआ। क्षमता: 80 KLPD.
  • मक्का प्रसंस्करण (कोंडागांव): मक्का किसानों की मदद के लिए आगामी संयंत्र।
Also Read: 

महत्वपूर्ण तथ्य और डेटा (Cheat Sheet)

(प्रीलिम्स के लिए रट लें!)

संकेतक (Indicator) डेटा / तथ्य (2024-25 सर्वेक्षण)
GSDP योगदान (बैंकिंग)₹9,29,472 लाख (स्थिर भाव)
बैंकिंग वृद्धि दर6.43%
कुल बैंक शाखाएं3,412 (मार्च 2024)
कुल एटीएम (ATMs)3,607 (मार्च 2024)
साख-जमा अनुपात (CD Ratio)71.54%
प्राथमिक कृषि साख समितियों (PACS)2,058
धान उपार्जन केंद्र2,739 (कम्प्यूटरीकृत)
कृषि ऋण पर ब्याज दर0% (शून्य प्रतिशत)
कृषि ऋण सीमा (0% ब्याज)₹5 लाख
सहकारी शक्कर कारखाने4 (भोरमदेव, महामाया, दंतेश्वरी, सरदार पटेल)
पीएम जन-धन खाते~1.81 करोड़
मुद्रा ऋण (श्रेणियां)शिशु (<50k), किशोर (50k-5L), तरुण (5L-10L)

परीक्षा-उन्मुख अंतर्दृष्टि और नमूना प्रश्न

आम गलतियाँ (Common Pitfalls)

  • तारीखों में भ्रम: ध्यान दें कि 0% ब्याज योजना 2014 में शुरू हुई थी, लेकिन मत्स्य पालन/उद्यानिकी को बाद में शामिल किया गया। इन्हें मिलाएं नहीं।
  • इकाइयां (Units): सर्वेक्षण GSDP तालिकाओं में "लाख" और बैंकिंग तालिकाओं में "करोड़" का उपयोग करता है। विकल्पों में इकाई हमेशा चेक करें।
  • शक्कर कारखाने: याद रखें कि चार सहकारी शक्कर कारखाने हैं। अक्सर छात्र सबसे नए कारखाने (पंडरिया में सरदार वल्लभ भाई पटेल) को भूल जाते हैं।

विस्तृत व्याख्या के साथ नमूना प्रश्न

प्रश्न 1 (MCQ - प्रारंभिक परीक्षा): आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, मार्च 2024 तक छत्तीसगढ़ में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का साख-जमा (CD) अनुपात क्या है?

A) 62.84%
B) 65.75%
C) 71.54%
D) 74.04%

उत्तर: C. व्याख्या: तालिका 6.2 देखें। यह अनुपात 2021 में 62.84% से सुधरकर 2024 में 71.54% हो गया है।

प्रश्न 2 (कथन प्रकार - प्रारंभिक परीक्षा): छत्तीसगढ़ में कृषि ऋण के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

1. अल्पकालिक कृषि ऋण 2014 से 0% ब्याज दर पर प्रदान किए जा रहे हैं।
2. कृषि के लिए 0% ब्याज ऋण की अधिकतम सीमा ₹3 लाख है।
3. यह सुविधा उद्यानिकी किसानों के लिए भी उपलब्ध है।

कौन से कथन सही हैं?

A) केवल 1
B) केवल 1 और 3
C) केवल 2 और 3
D) 1, 2 और 3

उत्तर: B. व्याख्या: कथन 2 गलत है। कृषि के लिए सीमा ₹5 लाख है। ₹3 लाख की सीमा उद्यानिकी और मत्स्य पालन के लिए है।

प्रश्न 3 (मुख्य परीक्षा - लघु उत्तर): छत्तीसगढ़ में नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित 'वाड़ी विकास कार्यक्रम' पर एक टिप्पणी लिखें।

मॉडल दृष्टिकोण:

परिचय: नाबार्ड के आदिवासी विकास निधि (TDF) के तहत शुरू किया गया।
उद्देश्य: बंजर भूमि पर फलों के बगीचे (वाड़ी) लगाकर आदिवासी परिवारों के लिए स्थायी आजीविका।
आंकड़े: 25 जिलों में लागू, 90 परियोजनाएं स्वीकृत (मार्च 2024 तक)।
प्रभाव: 58,000 से अधिक आदिवासी परिवारों को लाभ, गैर-कृषि भूमि को उत्पादक संपत्ति में बदलना।

प्रश्न 4 (मुख्य परीक्षा - निबंध/दीर्घ उत्तर): छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में संस्थागत वित्त की भूमिका पर चर्चा करें।

शामिल करने योग्य मुख्य बिंदु:

  • क्रेडिट फ्लो: प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र ऋण (50.09%) में वृद्धि का उल्लेख करें।
  • ऋण की लागत: साहूकारों के उच्च ब्याज से 0% सहकारी ऋण की ओर बदलाव।
  • बुनियादी ढांचा: ग्रामीण सड़कों और सिंचाई के निर्माण में नाबार्ड के RIDF की भूमिका।
  • समावेशन: दूरदराज के इलाकों में PMJDY और बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट (बैंक सखी)।

निष्कर्ष: संस्थागत वित्त "क्लास बैंकिंग" (वर्ग विशेष) से "मास बैंकिंग" (जन सामान्य) की ओर बढ़ा है।

विज़ुअल एड्स और याद रखने के तरीके (Mnemonics)

MUDRA ऋण सीमाओं के लिए ट्रिक

याद रखें S-K-T (शिशु - किशोर - तरुण):
Shishu (शिशु): छोटा (50 हजार तक)
Kishore (किशोर): बढ़ता हुआ बच्चा (50 हजार से 5 लाख)
Tarun (तरुण): बड़ा/युवा (5 लाख से 10 लाख)

फ्लोचार्ट: छत्तीसगढ़ में सहकारिता संरचना

[ अपेक्स बैंक (राज्य स्तर) ]
                 |
                 v
   [ जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (344 शाखाएं) ]
                 |
                 v
[ प्राथमिक कृषि साख समितियां (2058 PACS) ] -> [ किसान ]

नोट: PACS की संख्या (2058) एक उच्च-संभावना वाला प्रश्न है।

निष्कर्ष और अध्ययन सलाह

अध्याय 6 में महारत हासिल करने का मतलब हर एक अंक को रटना नहीं है, बल्कि रुझानों (Trends) और प्रमुख योजनाओं को समझना है।
ट्रेंड: बैंकिंग बढ़ रही है, और गांवों में ऋण का प्रवाह बढ़ रहा है।
फोकस: नाबार्ड की पहलों और सहकारी समिति के डेटा (शक्कर कारखाने, एथेनॉल संयंत्र) पर विशेष ध्यान दें। ये छत्तीसगढ़ के लिए विशिष्ट हैं और परीक्षकों के पसंदीदा हैं।

मेरी सलाह: इस सारांश को पढ़ें, फिर याददाश्त से "महत्वपूर्ण तथ्य" तालिका को फिर से बनाने का प्रयास करें। यदि आप CD अनुपात (71.54%), कृषि ऋण सीमा (5 लाख), और GSDP में योगदान (9.29 लाख लाख) याद रख सकते हैं, तो आप पहले से ही 90% प्रतियोगिता से आगे हैं।

पढ़ते रहें, निरंतरता बनाए रखें, और याद रखें: आर्थिक सर्वेक्षण का डेटा आपके मुख्य परीक्षा के उत्तरों के लिए 'महत्‍तवपूर्ण' है। शुभकामनाएँ!

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